Sahitya akademi award in Hindi

Sahitya akademi award, साहित्य अकादमी पुरस्कार, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह पुरस्कार साहित्य या साहित्यिक कार्यों को समर्पित है। इस पुरस्कार के बारे में विस्तार से बताया गया है। लेकिन इससे पहले, आइए “साहित्य” शब्द पर विचार करें।

साहित्य क्या है

अक्सर, साहित्य को लिखित कार्य के रूप में वर्णित किया जाता है। लेकिन, क्या आपने कभी गौर किया है कि जो किताबें, जानकारी, और सामग्री हम पूरे दिन पढ़ते या देखते हैं, वे भी लिखित कार्य हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि वे सभी साहित्यिक कार्य हैं? जाहिर है, नहीं! साहित्य एक तरह का लिखित कार्य है पर इसका उद्देश्य पाठ्यपुस्तक या अधिकांश सामग्री जो हम रोज़ाना उपयोग करते है, की तरह केवल जानकारी देना या किसी को शिक्षित करना नहीं है, बल्कि इससे कहीं बढ़कर है जो मानवीय जीवन को प्रभावित करता है।

साहित्य मुख्य रूप से मानवीय भावनाओं और अनुभवों को जागृत करता है, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भों को दर्शाता है, और हमें philosophy और आध्यात्मिक विषयों जैसे – खुशी, कर्तव्य, शांति आदि की खोज के लिए प्रेरित करता है।

भारतीय साहित्य के कुछ प्रमुख उदाहरण हैं:

  • महाभारत
  • रामायण
  • द अनप्रपोज़्ड गाय – The Unproposed Guy
  • अ फाइन बैलेंस – A Fine Balance

अब जब साहित्य का मानवीय जीवन पर काफी सकारात्मक एवं गहरा प्रभाव होता हैं, तो यह आवश्यक हो जाता है कि ऐसे मूल्यवान कार्यों को पहचान मिले। और यह पहचान साहित्य अकादमी पुरस्कार के रूप में होती है।

Sahitya akademi award
Sahitya akademi award

साहित्य अकादमी पुरस्कार क्या है

साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत का एक सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है, जिसे साहित्य अकादमी, भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी, मान्यता प्राप्त 24 भाषाओं में प्रकाशित साहित्यिक योग्यता की सबसे उत्कृष्ट पुस्तकों के लेखकों को प्रतिवर्ष प्रदान करती है।

यह पुरस्कार न केवल उत्कृष्ट पुस्तकों के महत्व को दर्शाता है, बल्कि संबंधित भाषाओं के लेखकों की उत्कृष्टता को भी मान्यता देता है, इसे साहित्य अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त 24 अलग – अलग भाषाओं में प्रकाशित पुस्तकों के लिए दिया जाता है। वे 24 भाषाएं कौन कौन से, ये नीचे देख सकते है।

Different language category

  • असमिया – Assamese
  • बंगाली – Bengali
  • बोडो – Bodo
  • डोगरी – Dogri
  • अंग्रेजी – English
  • गुजराती – Gujarati
  • हिंदी – Hindi
  • कन्नड़ – Kannada
  • कश्मीरी – Kashmiri
  • कोंकणी – Konkani
  • मैथिली – Maithili
  • मलयालम – Malayalam
  • मणिपुरी – Manipuri
  • मराठी – Marathi
  • नेपाली – Nepali
  • उड़िया – Odia
  • पंजाबी – Punjabi
  • राजस्थानी – Rajasthani
  • संस्कृत – Sanskrit
  • संथाली – Santali
  • सिंधी – Sindhi
  • तमिल – Tamil
  • तेलुगु – Telugu
  • उर्दू – Urdu

साहित्य अकादमी पुरस्कार भारतीय साहित्य के सर्वश्रेष्ठ कार्यों को पहचानने और बढ़ावा देने का एक अनूठा तरीका है, इसके अतिरिक्त यह उन लेखकों को सम्मानित सम्मानित करने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जिन्होंने अपनी-अपनी भाषाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

साहित्य अकादमी पुरस्कार की शुरुआत 1954 में की गई थी। इसमें सम्मान स्वरूप भारतीय फिल्म निर्माता सत्यजीत रे द्वारा डिज़ाइन की गई एक पट्टिका, एक शॉल, और नकद पुरस्कार का भुगतान शामिल होता है। इसके अतिरिक्त, पुरस्कार प्राप्तकर्ता को उसके द्वारा प्रकाशित पुस्तकों का विवरण और साहित्य में उसके योगदान का एक संक्षिप्त विवरण रूपी एक प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है।

1954 में इसकी शुरुआत के समय इसमें 5000 रूपये नगद पुरस्कार का प्रावधान था, हालांकि बीते वर्षों में इसमें कई बार बढ़ोत्तरी की गई जिससे वर्तमान में इसमें विजेता को ₹1 लाख की नगद राशि दी जाती हैं। नीचे आप नकद पुरस्कार में की गई सभी वृद्धियों की सूची देख सकते है।

Increment in monetary reward of sahitya akademi award

  • 1983: ₹10,000
  • 1988: ₹25,000
  • 2001: ₹40,000
  • 2003: ₹50,000
  • 2009: ₹1,00,000

जैसा की वर्तमान में साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता नगद ₹ 1 लाख के पात्र होते है, लेकिन ऐसी कौन सी योग्यता होती है, जो उन्हें इस विजेता के पात्र बनाती हैं? आइए उन मानदंडों पर भी विचार करें।

साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए योग्यता:

  • लेखक भारतीय होना चाहिए।
  • किसी खास वर्ष में दिए जा रहे साहित्य अकादमी पुरस्कार का चयन, तत्काल पूर्ववर्ती वर्ष के पहले पांच वर्षो में साहित्य अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं में प्रकाशित पुस्तकों में से उत्कृष्ट पुस्तक के लिए दिया जाएगा।उदाहरण:- वर्ष 2024 के पुरस्कार के लिए 2018 से 2022 में सभी मान्यता प्राप्त भाषाओं में प्रकाशित पुस्तकें इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे।
  • गठित जूरी की राय में यदि किसी भाषा में पुरस्कार वर्ष के पूर्ववर्ती तीन वर्षो में प्रकाशित कोई पुस्तक पुरस्कार के योग्य नहीं पाई जाती है तो उस वर्ष उस भाषा के लिए पुरस्कार नही दिया जाएगा।
  • पुरस्कार के लिए केवल तभी विचार किया जाएगा जब चयन की अंतिम प्रक्रिया में कम से कम तीन पुस्तकें हों।
  • पुरस्कार के लिए पात्रता प्राप्त करने हेतु पुस्तक भाषा और साहित्य में उत्कृष्ट योगदान होना चाहिए। पुस्तक रचनात्मक या आलोचनात्मक हो सकती है, लेकिन यह नहीं होनी चाहिए:
    • अनुवाद का कार्य
    • b. एकाधिक लेखकों का संकलनc. संक्षिप्त रूप, संकलन, या टिप्पणीd. विश्वविद्यालय की डिग्री या किसी परीक्षा के लिए तैयार किया गया शोध कार्य या ग्रंथe. लेखक का कार्य जिसे अकादमी द्वारा पहले से कोई पुरस्कार (अनुवाद पुरस्कार, बाल साहित्य पुरस्कार, और युवा पुरस्कार को छोड़कर) प्राप्त हुआ होf. भाषा सम्मान का प्राप्तकर्ताg. साहित्य अकादमी के फेलोh. लेखक का कार्य जो अकादमी की कार्यकारी समिति का सदस्य हो।
  • पहले पुस्तक रूप में प्रकाशित रचनाओं का एक नया संग्रह या पहले प्रकाशित पुस्तकों के संशोधित संस्करण पुरस्कार के लिए पात्र नहीं हैं। हालांकि, यदि संग्रह में शामिल कम से कम 75% सामग्री पहली बार पुस्तक रूप में प्रकाशित हुई है, तो इसे पुरस्कार के लिए विचार किया जा सकता है।
  • एक अधूरा कार्य तभी पुरस्कार के लिए विचार किया जा सकता है यदि पुस्तक में जो भाग शामिल है, वह अपने आप में पूर्ण हो।मरणोपरांत प्रकाशित कार्य केवल तभी पुरस्कार के लिए पात्र होगा,
  • यदि लेखक की मृत्यु उस पुरस्कार के लिए निर्धारित पांच वर्ष की अवधि में या उसके बाद हुई हो।उदाहरण: जो लेखक 2008 से पहले मर चुका है, वह 2014 के पुरस्कार के लिए पात्र नहीं होगा।
  • यदि यह सत्यापित हो जाता है कि लेखक द्वारा प्रचार-प्रसार किया गया है, तो पुस्तक पुरस्कार के लिए अयोग्य मानी जाएगी।
  • पुस्तकें सीधे लेखकों और प्रकाशकों से जमा नहीं की जाएंगी।

योग्यता के बाद बात आती है, विजेता का चयन किस प्रकार किया जाता है। साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चयन की वार्षिक प्रक्रिया पिछले 12 महीनों के लिए चलती है।

Sahitya Akademi पुरस्कार विजेता के चयन की प्रक्रिया:

प्रत्येक भाषा के लिए “ग्राउंड सूची” दो विशेषज्ञों द्वारा तैयार की जाती है, जो सुनिश्चित करती है कि सूची में शामिल सभी साहित्यिक कार्य पात्रता मानदंडों का पालन करते हैं।

24 विभिन्न भाषाओं में दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए संबंधित भाषा सलाहकार बोर्ड के सदस्य दो विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की गई ग्राउंड सूची के आधार पर अपनी सूची आगे बढ़ाते हैं।

यह सूची संबंधित भाषा के दस विद्वानों या रेफरी की प्रारंभिक समिति को भेजी जाती है।

आखिर में प्रारंभिक समिति की सिफारिशें तीन सदस्यीय जूरी के सामने रखी जाती हैं, और जूरी इन सिफारिशों में से एक को उस विशेष भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चुनता है।

Summary:

  • साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है।
  • यह पुरस्कार साहित्य अकादमी, भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी, द्वारा 24 भाषाओं में प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
  • यदि साहित्य अकादमी या चयन समिति को निर्धारित 24 भाषाओं में से किसी भी भाषा में साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए उपयुक्त कोई साहित्यिक कार्य नहीं मिलता है, तो उस वर्ष उस भाषा में पुरस्कार नहीं दिया जा सकता है।
  • योग्यता मानदंड के अनुसार, साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित साहित्यिक कार्य के लेखक को भारतीय नागरिक होना चाहिए, जिसका अर्थ है कि यह पुरस्कार विदेशी लेखकों को नहीं दिया जा सकता।
  • साहित्य अकादमी पुरस्कार पहली बार 1955 में हिंदी श्रेणी में मखनलाल चतुर्वेदी को उनके कार्य के लिए प्रदान किया गया था।
  • अब तक, 24 भाषाओं में 1,239 पुस्तकों को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
साहित्य अकादमी पुरस्कारआधिकारिक वेबसाइट
साहित्य अकादमी पुरस्कार Wikipedia

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